राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । यूरोप में पारा गिरते ही कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। चौथी लहर से बचने के लिए कुछ यूरोपीय देशों में मास्क की वापसी हो चुकी है। बूस्टर डोज देने की तैयारी की जा रही है। लॉकडाउन पर विचार किया जा रहा है। यही नहीं, वैक्सीन नहीं लेने वाले लोगों के खिलाफ तेजी से लक्षित प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। मिसाल के तौर पर बीते दो हफ्तों में ऑस्ट्रिया में कोविड के नए मामलों में 134% वृद्धि देखी गई है।
ऑस्ट्रियाई सरकार ने 12 साल से अधिक उम्र की अपनी बिना टीकाकरण वाली आबादी पर नकेल कस दी और इनकी यात्रा को काम, स्कूल, जरूरी सामान की खरीदारी और मेडिकल देखभाल तक सीमित कर दिया है। ऑस्ट्रिया का यह कदम यूरोप भर में सरकारों के एक पैटर्न के अनुरूप है, जो लोगों को वैक्सीन की एक डोज लेने के लिए प्रेरित करने के इरादे से उठाया गया है।
यूरोपीय देशों में उठाए गए यह कदम इस बात के स्पष्ट संकेत है कि अभी क्षेत्र में वायरस की मजबूत स्थिति है। विएना मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर इवा श्रैनहैमर बताती हैं कि ऑस्ट्रिया के नए नियम से टीकाकरण और बिना टीकाकरण वाले लोगों के बीच संपर्क में भारी कमी आएगी। यूरोप में नवंबर के पहले हफ्ते में बीते हफ्ते की तुलना में कोविड से होने वाली मौतें 10% और नए मामले 7% की दर से बढ़े हैं।
पूर्वी यूरोप में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं, लेकिन नई लहर ने पूरे महाद्वीप में आर्थिक सुधार और क्रिसमस की छुट्टियों को खतरे में डाल दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में चेताया है कि यूरोप में अगले कुछ महीने में 5 लाख मौतें हो सकती हैं। टीकाकरण अभियानों की सफलता पर आधारित सामान्य स्थिति की वापसी के लिए गैर टीकाकृत लोगों को बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है।
पूरे यूरोप भर की सरकारें बिना टीकाकरण वालों पर सख्ती कर रही हैं। इसी तरह, जर्मनी में आने वाली नई सरकार ने ऐलान किया है कि वो बिना टीकाकरण वाले लोगों पर कड़े कानून लागू करेगी। इसके तहत बसों या ट्रेनों में चढ़ने से पहले उन्हें कोविड की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी पड़ेगी। फ्रांस में, हेल्थ पास प्राप्त करने की आशा रखने वाले 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए बूस्टर डोज अनिवार्य होगी।
उम्मीद है कि बार-बार कोविड टेस्ट से लोग वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित होंगे। फिर भी, कुछ यूरोपीय देश पीछे हैं। यह विशेष रूप से पूर्वी यूरोप का मामला है, जहां भ्रामक जानकारी की भरमार है। रोमानिया में टीकाकरण की दर यूरोप में सबसे कम है। यहां कोविड मृत्युदर दुनिया में सबसे अधिक है। बुल्गारिया के अस्पतालों मरीजों से भरे पड़े हैं। लातविया में टीकाकरण का व्यपाक विरोध है। रुस और यूक्रेन में टीकाकरण दर 50% से कम है। यहां कई जगहों पर लॉकडाउन लगा है।





