पुलिस के मुताबिक आरोपी पिछले छह दिन से यहां छिपे हुए थे। इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में फिरौती मांगने के केस दर्ज हैं, वहीं इनके आतंकियों के साथ संबंध होने की आशंका है। बहरहाल इनसे पूछताछ का क्रम जारी है।
आशंका जताई जा रही है कि इनके संबंध आतंकियों से भी हो सकते हैं, क्योंकि ये जम्मू-कश्मीर में बैठे कुछ आपराधिक लोगों के संपर्क में हैं। इस पहलू पर उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस की टीमें मिलकर जांच कर रही हैं।
पंजाब में आजादी दिवस के कार्यक्रम से ठीक पहले पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। फतेहगढ़ में रोजा शरीफ में छिपे तीन नामी बदमाश काबू किए गए हैं। आपस में सगे भाई ये तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और इन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस ने ही गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के मोहम्मद अलीजई के रहने वाले सोहेल खान, इमरान खान और कामरान खान के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर शात जब पुलिस ने रेड की तो इनका एक साथी पहले ही गाड़ी लेकर फरार हो गया था। इन सभी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में फिरौती मांगने के केस दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि तीनों फिरौती की रकम से जम्मू-कश्मीर से हथियार खरीदते थे।
आरोपी वारदातों को अंजाम देने के बाद यहां आकर ठहरते थे। शाहजहांपुर पुलिस टीम के सब इंस्पेक्टर दिलीप कुमार ने बताया कि तीनों को रेस्ट हाउस के कमरे से हिरासत में लिया गया। इसके बाद स्थानीय अदालत से अनुमति मिलने के बाद पुलिस आरोपियों को अपने साथ ले गई।
पुलिस ने कहा कि तीनों के खिलाफ 19 जुलाई को थाना सदर बाजार में फिरौती मांगने और आईटी एक्ट में दो मामले दर्ज हैं। दिलीप कुमार ने बताया वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी विस्तृत जानकारी देंगे। फतेहगढ़ साहिब के एसएचओ रजनीश सूद ने कहा कि आरोपियों का फतेहगढ़ साहिब से क्या कनेक्शन है, ये कब-कब यहां आए और क्या करते रहे, इसे लेकर जांच की जा रही है। रोजा शरीफ के खलीफा सैय्यद मोहम्मद सादिक रजा मुजद्दी ने कहा कि तीनों आरोपी नौ अगस्त को यहां आए थे, लेकिन उनके आपराधिक गतिविधि में शामिल होने की कोई जानकारी नहीं थी। वो रोजा शरीफ में किसी से नहीं मिले। जांच में पुलिस को पूरा सहयोग दे रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार पुलिस ने रोजा शरीफ के खलीफा से भी पूछताछ की है। रोजा शरीफ उत्तर भारत का प्रमुख धार्मिक स्थल है। पुलिस ने रोजा शरीफ के रेस्ट हाउस का रिकॉर्ड जब्त करते हुए सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर भी अपने कब्जे में ले ली है।