राष्ट्र आजकल । देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा हर दिन लाखों की संख्या में बढ़ता जा रहा है। बीते 24 घंटे में संक्रमण के तीन लाख 86 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं और 3,400 से अधिक लोगों की मौत हुई है। हालात ये हैं कि लोगों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं और न ही पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन, जिससे कि मरीजों की जान बचाई जा सके। हालांकि बहुत सारे मरीज ऐसे भी हैं, जो होम आइसोलेशन में हैं। ऐसे में यह जान लेना जरूरी है कि होम आइसोलेशन में घर पर कौन-कौन से मेडिकल किट रखें, जिससे कोरोना में मदद मिल सके।
ज्यादातर होम आइसोलेशन में हैं, ऐसे में घर पर कौन-कौन से मेडिकल किट रखें?
इसमें सबसे पहले थर्मामीटर होना चाहिए, जिससे बुखार नापते रहें। बुखार को कम करने के लिए पैरासिटोमोल रखें। ऑक्सीजन मापने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर रखें। इसके अलावा कई मरीजों का ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है, लेकिन ऐसे लोगों को पहले से भी ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है। इसलिए एक बीपी नापने वाली मशीन भी रख सकते हैं।’
घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर लगाना कितना सुरक्षित है?
घर पर ऑक्सीजन लगाने की बात है, अगर आसपास किसी के पास ऑक्सीजन कंसंट्रेटर है तो एक दूसरे से साझा करें। वसुधैव कुटुम्बकम का पालन करते हुए एक दूसरे की मदद करें। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हवा से सीधे ऑक्सीजन लेकर देता है, इसमें एक बार में दो लोग भी प्रयोग कर सकते हैं। सिलेंडर रखना है तो उसे थोड़ा देखना होगा कि उससे ऑक्सीजन बहुत ज्यादा न बढ़ाएं, इससे गैस ज्यादा निकलेगी और जल्दी खत्म होगी और बार-बार रिफिल कराना पड़ेगा। इसके लिए डॉक्टर से जरूर मदद लें।’
घर पर ऑक्सीजन का लेवल बढ़ाने के लिए क्या करें?
अगर घर में ऑक्सीजन का लेवल कम हो रहा है तो सबसे पहले उल्टे लेट कर पेट और छाती के नीचे तकिया रखें और सेल्फ प्रोनिंग करें। इससे दो से तीन प्रतिशत ऑक्सीजन लेवल बढ़ जाता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि करीब 15-16 घंटे लगातार लेटना है, तभी असर होता है। ऐसा नहीं करना है कि आधा एक घंटा करने के बाद सीधे लेट जाएं। इसके अलावा डीप ब्रीदिंग, व्यायाम करें, स्टीम लें, नमक पानी का गरारा करें। इससे शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है।’