शहर में संक्रमण की दर 14.53 पर पहुंच गई। जबकि अगस्त में पूरे महीने शहर में संक्रमण दर 11.54 रही थी।
ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): शहर में 108 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई। शहर में कोरोना संक्रमण की दर लगातार बढ़ने के बाद भी सैंपल घटते जा रहे हैं। मंगलवार को तो महज 743 सैंपल की ही जांच की गई।
गौरतलब है कि 10 अगस्त को ग्वालियर में केवल 520 सैंपलों की जांच हुई थी। इनमें से 95 लोग संक्रमित निकले थे। इसके बाद से लगातार 750 से ज्यादा सैंपल की जांच की गई।12 अगस्त को 1479 सैंपलों की जांच की गई थी।ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कम टेस्टिंग के बाद भी शहर में संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आने का क्रम लगातार जारी है।
अब वहां भी किट खत्म होने के कारण मंगलवार को टेस्टिंग नहीं हो सकी। यह स्थिति इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि संक्रमण दर ज्यादा होने के बाद भी ज्यादा टेस्टिंग करने की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। ग्वालियर में रैपिड एंटीडन टेस्ट के साथ ट्रूनेट और सीबीनेट टेस्ट की सुविधा है। पूर्व में जिला अस्पताल मुरार में ट्रूनेट और जीआरएमसी में टीबीनेट की जांच की जाती थी, लेकिन किट खत्म होने के कारण यह जांच बंद कर दी गई। अभी कुछ दिन पहले ग्वालियर में 5000 रैपिड एंटीजन टेस्ट किट आई थी। इसमें से लगभग 2500 किट जिला अस्पताल मुरार को दी गईं थी।
बीएसएफ टेकनपुर में इंस्पेक्टर की पत्नी, केमिकल कारोबारी के माता-पिता, माधवगंज निवासी व्यक्ति की पत्नी और बेटी, केबल ऑपरेटर का बेटा, बालाबाई का बाजार निवासी पिता और पुत्र, जिला न्यायालय के वकील का नाम इस सूची में शामिल है। मंगलवार को एक दर्जन से अधिक वह लोग संक्रमण की चपेट में आए, जिनके घर का कोई अन्य सदस्य पहले ही पाॅजिटिव निकल चुका है।
हालांकि जांच रिपोर्ट में संक्रमण के लक्षण दिखने के कारण डीजीएम अपनी पत्नी को साथ लेकर गए हैं। निजी कंपनी में डीजीएम के पद पर कार्यरत 53 वर्षीय व्यक्ति पत्नी और बेटी के साथ इलाज के लिए दिल्ली रवाना हुए। उनके बेटे की रिपोर्ट भी पाॅजिटिव आई है, जबकि पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव है।