प्रश्न ये है कि गंभीर मरीज जाएँ कहाँ? मेडिकल में मरीजों का ओव्हरलोड है और सुखसागर में प्रशासन ने केवल मॉडरेट मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था की है।
कोविड के गंभीर मरीजों के लिए बुरी खबर है। निजी अस्पतालों ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर कोविड मरीजों की भर्ती बंद कर दी है। एक अस्पताल के संचालक ने तो बाकायदा सोशल मीडिया पर कह दिया है कि वो अब कोविड मरीज नहीं लेंगे। वहीं बाकी प्रमुख निजी अस्पताल बेड नहीं होने की बात कहकर मरीज को भर्ती नहीं कर रहे हैं।
एक व्यवसायी साँस फूलने की शिकायत पर एक मझोले निजी अस्पताल में भर्ती हुआ, बाद में टेस्ट पॉजिटिव आया तो सभी बड़े निजी अस्पतालों ने बेड न होने की बात कहकर भर्ती नहीं किया। हार्ट पेशेंट होने के कारण उन्हें अम्ब्रेला हॉस्पिटल की जरूरत है, जबकि वो बिना कार्डियक फैसिलिटी वाले अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। एक अधिकारी तो स्वयं ही एक निजी हॉस्पिटल पहुँचे, लेकिन जब उन्हें बेड नहीं मिला तो मेडिकल की ओर रुख किया। एक मल्टीनेशनल कंपनी के बड़े अफसर के पिता को भी सभी निजी अस्पतालाें ने एडमिट करने से इनकार कर दिया।
निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से लिए जा रहे रेट को लेकर चल रहे प्रचार-प्रसार पर कलेक्टर ने नर्सिंग होम एसोसिएशन और निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक की थी। कहा जा रहा है कि निजी अस्पताल के संचालक राजी नहीं हैं कि रेट घटाए जाएँ या प्रशासन डॉक्टर्स द्वारा ली जा रही फीस के संबंध में कोई हस्तक्षेप करे।
इसी प्रकार ज्ञानोदय हॉस्टल में 260 बेड हैं जिनमें 30 मरीज भर्ती हैं। सेंट्रल जेल के आइसोलेशन सेंटर में 70 की क्षमता में 57, रेलवे हॉस्पिटल में 70 बेड हैं जहाँ 10 पॉजिटिव मरीज हैं। इनके अलावा सेना अस्पताल में 250 बेड हैं जहाँ 19 मरीज भर्ती हैं। इसी कारण दबाव बनाने उन्होंने पेशेंट एडमिट करना बंद कर दिया है। एक अस्पताल के संचालक ने तो सोशल मीडिया पर कह दिया है कि उन पर मरीजों से उगाही का आरोप लग रहा है और कोविड का इलाज बेहद महँगा है, जिसके बीच समन्वय न बना पाने से वो इलाज बंद कर रहे हैं।
सरकारी स्तर पर मेडिकल काॅलेज अस्पताल में सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के कोविड वार्ड को मिलाकर 537 बेड क्षमता है, जिनमें वर्तमान में 189 मरीज भर्ती हैं। यहाँ गंभीर मरीजों को सुपर स्पेशिएलिटी में उपचार दिया जा रहा है। 70 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। शासकीय व्यवस्था वाले 1503 की क्षमता में 422 मरीज भर्ती हैं। निजी अस्पतालों में 428 क्षमता में 174 मरीज इलाजरत हैं, जबकि 420 संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं।
जिला अस्पताल विक्टोरिया में 66 बेड की क्षमता में कम लक्षण वाले 24 मरीज भर्ती हैं। सुखसागर कोविड केयर सेंटर में बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए 250 बेड की क्षमता है जिनमें 93 मरीज भर्ती हैं।