इससे पहले अगस्त के 31 दिन में 3699 संक्रमित मरीज मिले थे। इनमें से 59 मरीजों की मौत हुई थी, लेकिन सितंबर में संक्रमित तेजी से बढ़े हैं। 13 में से 4 दिन तो 200 से अधिक मरीज मिले हैं।
रोजाना तीन कोरोना संक्रमित इलाज के दौरान दम तोड़ रहे हैं। आगे भी यही स्थिति रही तो सितंबर महीने के आखिर तक मरने वालों की तादात पिछले चार महीने में सबसे अधिक होगी। सितंबर में काेराेना संक्रमण का कहर शहर पर बरप रहा है। पिछले 13 दिन में 2435 संक्रमित मिल चुके हैं। यानी औसतन रोज 187 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। इस दौरान 39 लोगों की जान चली गई। पिछले एक सप्ताह में किसी भी दिन 172 से कम मरीज नहीं मिले। सितंबर के 17 दिन अभी बाकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि आगे भी मरीज इसी रफ्तार से मिलते रहे तो 20 सितंबर से पहले ही संक्रमिताें की संख्या अगस्त से ज्यादा हाे जाएगी।
जिला अस्पताल मुरार में तीन बाल रोग विशेषज्ञ काम करते हैं। इनमें से दो बाल रोग विशेषज्ञ की ड्यूटी कोरोना में लगी हुई है। इसके चलते एक बाल रोग विशेषज्ञ ही इमरजेंसी में अपनी सेवाएं दे रहे थे। वह भी कोविड हो गए, जिसके चलते अब बच्चों को सामान्य बीमारी के इलाज के लिए परेशान होना पड़ेगा। बीएसएफ टेकनपुर के सात जवान और पॉजिटिव निकले हैं।
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और जिला अस्पताल में बेड फुल हैं। कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ते देख स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सितंबर में बढ़ता काेराेना वायरस का संक्रमण और गंभीर मरीजाें के सामने आने के कारण ऑक्सीजन वाले बेड कम पड़ रहे हैं। ज्यादातर कोरोना मरीजों को अब ऑक्सीजन देना पड़ रही है। महज 13 दिन में 2436 नए संक्रमित सामने आए हैं। इनमें से 39 मरीजों की मौत हो चुकी है।
साथ ही मुरार की महिला पटवारी, कंपू यातायात थाने का दीवान, पुलिस लाइन में रहने वाले आरक्षक की बेटी, बहोडापुर थाने का आरक्षक, द्वितीय बटालियन का आरक्षक, मुरार निवासी मौ थाने में पदस्थ उप निरीक्षक, न्यू हाईकोर्ट में पदस्थ 45 वर्षीय प्रोटोकॉल अधिकारी, माधौगंज निवासी वीआईएसएम कॉलेज की प्राध्यापक, लाला का बाजार निवासी कोचिंग संचालक व 50 वर्षीय सेना का सेवानिवृत्त जवान भी संक्रमित निकला है। उधर रिपोर्ट में सिटी सेंटर निवासी 65 वर्षीय वृद्ध,भिंड में पदस्थ उप निरीक्षक के बेटे सहित घर के तीन सदस्य संक्रमित हैं। इसके अलावा डबरा स्थित गोपाल मेडिकल स्टोर संचालक और उनके घर के चार सदस्य संक्रमित पाए गए हैं।
जेएएच परिसर स्थित टीबी अस्पताल में वर्तमान में 32 बेड का कोविड अस्पताल शुरू किया जा चुका है। यहां 25 बेड और बढ़ाए जाने हैं जिसका काम दो से तीन दिन में पूरा हो जाएगा। यहां सभी बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा रहेगी। इन अस्पतालों में कोरोना के मध्य श्रेणी के मरीज भर्ती किए जाएंगे। सीएमएचओ डॉ. वीके गुप्ता के अनुसार जिला अस्पताल की तर्ज पर कोविड अस्पताल आईटीएम और एमपीसीटी कॉलेज से संबद्ध अस्पताल को तैयार किया गया है। इन दोनों अस्पतालों के 117 बेड पर भर्ती मरीजों को नि:शुल्क ऑक्सीजन की सुविधा रहेगी। इसके साथ ही यहां ऑक्सीजन कंसल्टेटर भी रखा गया है।
साथ ही सिम्स में भी 30 बिस्तर का कोविड अस्पताल चालू कर दिया गया है। इसके अलावा मानसरोवर केयर हॉस्पिटल, कृष्णा हॉस्पिटल और बीआईएमआर हॉस्पिटल में कोविड मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसी तरह आरजेएन अपोलो स्पैक्ट्रम ने 15 बिस्तर का कोविड आईसीयू बनाने की बात कही है। वह भी जल्द ही आईसीयू चालू कर रहे हैं। अभी वह होटल शेल्टर में कोविड सेंटर चला रहे हैं।