उज्जैन राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | आपको जानकर हैरानी होगी उज्जैन जिले की 32 ग्राम पंचायतों में गरीबों को सस्ते में राशन उपलब्ध कराने को कंट्रोल यानी उचित मूल्य की दुकान ही नहीं है। इतना ही नहीं यहां के 50 आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर और असुरक्षित हैं। 217 आंगनबाड़ी केंद्र खाली हैं। यह जानकारी मंगलवार को उज्जैन आए राज्य खाद्य आयोग के सदस्यों को महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसर गौतम अधिकारी और जिला खाद्य अधिकारी एमएल मारू ने दी। इस पर सदस्यों ने कहा कि कंट्रोल जल्दी खुलवाएं और इनके संचालन की कमान महिला स्वसहायता समूह को दें। उन्होंने नए आंगनबाड़ी खोलने और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के रिक्त 19 पदों को भरने के निर्देश दिए। बैठक सिंहस्थ मेला कार्यालय में हुई थी। सदस्यों ने महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा भी की। उन्हें बताया कि आधार सीडिंग का काम जारी है। इससे कंट्रोल से करीब सवा लाख अपात्र लोगों के नाम पात्रता पर्ची की सूची से कांटे हैं। आयोग के सदस्य किशोर खंडेलवाल, वीरसिंह चौहान और श्रीमती स्नेहलता ने खाद्य आपूर्ति अधिकारी को समय-समय पर उचित मूल्य की दुकानों का निरीक्षण करने और राशन लेने वालों से उनकी समस्याएं पूछने को कहा। खाद्य अधिकारी ने बताया कि पीओएस मशीन से राशन देने वाला उज्जैन एक मात्र जिला है पूरे प्रदेश में। यहां अगर मशीन खराब हो जाती है किसी वजह से तो ऑफलाइन रजिस्टर पर इंट्री करके भी राशन दिया जाता है।