राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । अब धोखेबाज लोगों को जाल में फंसाने और उनके अकाउंट से पैसे निकालने के लिए सरल और रचनात्मक तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। साइबर ठग इसके लिए फेक वेबसाइट का भी इस्तेमाल करते हैं। हालांकि कुछ बात का ध्यान रखा जाए तो इस प्रकार की साइबर ठगी से बचा जा सकता है। आज हम आपको फेक वेबसाइट को पहचानने के 3 तरीके बताएंगे, जिन्हें फॉलो करने पर साइबर ठगी की संभावना काफी कम हो जाएगी।
तो जानते है आप यदि आपको वेबसाइट पर खराब अंग्रेजी के साथ गलत वर्तनी और गलत स्पेलिंग दिखती है, तो यह फेक वेबसाइट हो सकती है। आमतौर पर खराब व्याकरण, या अजीब वाक्यांश होने पर साइट की वास्तविकता पर सवाल उठता है।
यदि आपको वेबसाइट पर आक्रामक विज्ञापन दिखते हैं तो सावधान रहें। आप जिस साइट पर हैं, वहां आश्चर्यजनक रूप से बड़ी संख्या में विज्ञापन दिखाई दे रहे हैं तो इस प्रकार की वेबसाइट को तुरंत बंद कर दें। इस प्रकार की वेबसाइट पर गलती से भी आपने किसी विज्ञापन पर क्लिक कर दिया तो आपको अन्य फेक साइट पर भेज दिया जाएगा, जो कि वायरस और ट्रोजन से भरी होती है। यह विश्वसनीय साइट भी नहीं है, यहां भी वायरस और ट्रोजन हो सकते हैं।
वेबसाइट सर्टिफिकेशन और ट्रस्ट सील को वेरिफाई करें। इसकी वैधता की पुष्टि करने के लिए हमेशा SSL सर्टिफिकेशन को चेक करें। ट्रस्ट सील आमतौर पर होमपेज, लॉगिन पेज और चेकआउट पेज पर लगाए जाते हैं।