राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I नकदी संकट से जूझ रही एडटेक कंपनी बायजूस (Byju’s) ने अपने सभी ऑफिसों को बंद करने का फैसला किया। साथ ही काम करने वाले सभी एम्प्लॉइज को घर से काम करने यानी वर्क फ्रॉम होम करने को कहा है।
हालांकि, इस फैसले में बायजूस के 300 ट्यूशन सेंटरों में काम करने वाले लोग शामिल नहीं होंगे। कंपनी अब केवल बेंगलुरु के IBC नॉलेज पार्क में स्थित हेडक्वार्टर को चालू रखेगी। यह बदलाव कंपनी के CEO अर्जुन मोहन के रिस्ट्रक्चरिंग प्लान का हिस्सा है।
CapTable ने सोर्सेस के हवाले से इस बात की जानकारी दी है। यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब कंपनी ने अपने 75% कर्मचारियों को फरवरी की पूरा सैलरी तक नहीं दी है। कंपनी के पास भारत में करीब 14,000 कर्मचारी हैं।
10 मार्च को सैलरी देने में असफल रही कंपनी
इससे पहले, पिछले हफ्ते 2 मार्च को कंपनी के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने कर्मचारियों को 10 मार्च तक सैलरी देने का आश्वासन दिया था। लेकिन कंपनी इस दिन कर्मचारियों को वेतन का कुछ हिस्सा ही दे सकी।
राइट्स इश्यू का फंड इस्तेमाल नहीं कर पा रही कंपनी
2 मार्च को रवींद्रन ने कहा था कि राइट्स इश्यू के जरिए कंपनी ने फंड रेज किया है। लेकिन उसका सैलरी देने में इस्तेमाल नहीं कर सकते, क्योंकि इन्वेस्टर्स के विरोध के चलते इसे अलग अकाउंट में लॉक कर दिया गया है।
विवाद के चलते बढ़ा नकदी का संकट
बायजूस के निवेशकों प्रोसस एनवी, पीक एक्सवी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक और सोफिना एसए ने 225 मिलियन डॉलर (करीब 1,862 करोड़ रुपए) के पोस्ट-मनी वैल्यूएशन पर 200 मिलियन डॉलर यानी करीब 1,655 करोड़ रुपए जुटाने के कंपनी के फैसले का विरोध किया। यह फंड रेजिंग पिछले राउंड से 99% कम है। पिछला फंडिंग राउंड 22 बिलियन डॉलर यानी करीब 1.82 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन पर हुआ था।
बायजू के निवेशकों ने कंपनी पर अमेरिका में 533 मिलियन डॉलर (करीब 4,411 करोड़ रुपए) की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए 1,655 करोड़ रुपए के राइट्स इश्यू पर रोक लगाने की मांग की है। इसे अवैध और कानून के विपरीत बताया है।
रवींद्रन ने सैलरी देने के लिए गिरवी रखा घर
इससे पहले बायजूस के फाउंडर बायजू रवींद्रन एम्प्लॉइज को सैलरी देने के लिए अपने घर के साथ-साथ अपने फैमिली मेंबर्स का घर भी गिरवी रख चुके हैं। बेंगलुरु के दो घरों को गिरवी रखकर उन्होंने करीब 100 करोड़ रुपए जुटाए और करीब 15,000 एम्प्लॉइज को सैलरी दी थी।