राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। बिहार के मोतिहारी में शुक्रवार शाम एक ईंट-भट्ठे की चिमनी में ब्लास्ट हो गया। इसका मलबा वहां काम कर रहे मजदूरों पर गिर गया। अब तक 8 शव निकाले जा चुके हैं। मरने वालों में चिमनी का मालिक भी शामिल है। डीएम ने रात में ही पोस्टमार्टम करने का आदेश दिया है। 15 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 10 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। घटना शाम करीब 4:30 बजे की है।
हादसा रामगढ़वा थाना क्षेत्र के चंपापुर गांव के पास हुआ। लोगों ने बताया कि चिमनी में इस साल पहली बार आग लगाई गई थी। इस मौके पर शुक्रवार शाम को भोज का आयोजन था। चिमनी को करीब 2.30 बजे फूंका गया था। जिसकी खुशी में गांव वाले वहां जमा थे। चिमनी से धुआं निकलते ही ब्लास्ट हो गया और ऊपरी हिस्सा टूटकर नीचे गिर गया।
घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में लोगों को रक्सौल एसआरपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। सूचना के बाद घटनास्थल पर डीएम के साथ एसडीओ और एसडीपीओ पहुंचे हैं। अधिकारी बेतिया से SDRF की टीम का इंतजार कर रहे हैं। उसके आने के बाद दबे हुए लोगों का रेस्क्यू शुरू किया जाएगा। चिमनी का बाकी आधा हिस्सा लटका हुआ है, इसकी वजह से वहां सभी डरे हुए हैं।
एक घायल ने बताया कि चिमनी के आसपास 50-60 लोग काम कर रहे थे। डीएम एसके अशोक ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाका चिमनी के कमजोर होने के कारण हुआ। एक ग्रामीण ने बताया- ‘मैं नरिरगीर चौक पर अन्य लोगों के साथ था। साढ़े चार बजे के करीब चिमनी से धुआं निकलता दिखा। थोड़ी ही देर में जोर का धमाका सुनाई दिया। ऐसा लगा जैसे टायर ब्लास्ट किया था। बाहर निकलकर देखा तो लोग दौड़ रहे थे। पता चला कि चिमनी ब्लास्ट कर गया है। मैं भी दौड़कर वहां पहुंचा।
चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल था। कुछ लोग नीचे गिरे थे तो कुछ लोग ईंट के नीचे दबे कराह रहे थे। ईंट के नीचे दबे लोगों को निकालने का प्रयास करने लगा। इधर, फटे चिमनी के गिरने का भी डर सता रहा था। चिमनी कई जगह पर क्रैक कर गया था। जिससे वहां जाने में डर लग रहा था। मेरे साथ हिम्मत जुटाकर कुछ लोग मलबा हटाने वहां गए। थोड़ी देर में अंधेरा हो गया। पुलिस के आने के बाद स्थानीय ग्रामीण भी मलबा हटाने लगे।’