राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । कोरोना की तीसरी लहर का असर कॉर्पोरेट जगत में दिखना शुरू हो गया है। कंपनियां धीरे-धीरे वर्क फ्रॉम होम को फिर से लागू करने में जुट गई हैं। इनका मानना है कि अब अप्रैल के बाद से ही ऑफिस के बारे में सोचा जा सकता है।
पिछले हफ्ते फार्मा कंपनी सिप्ला ने सभी कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कह दिया। कंपनी ने कहा कि जब तक अगला आदेश नहीं आता, तब तक वर्क फ्रॉम होम ही लागू रहेगा। उसके पहले दिसंबर के अंतिम हफ्ते में ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने भी इसी तरह का आदेश जारी किया था।
कंपनी ने सभी को वर्क फ्रॉम होम लागू कर दिया था, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा म्यूचुअल फंड ने हफ्ते में तीन दिन ऑफिस और तीन दिन घर से काम करने का नियम लागू किया है। दरअसल महाराष्ट्र में अब सरकारी और निजी कार्यालय 50% क्षमता के ही साथ काम करेंगे। राज्य सरकार ने कहा है कि ऑफिस में केवल 50% कर्मचारियों को ही बुलाया जाए।
हालांकि निजी कंपनियां पूरी तरह से वर्क फ्रॉम होम को ही लागू करने में दिलचस्पी दिखा रही हैं। कोरोना की पहली लहर के बाद जब दोबारा ऑफिसेस चालू हुए तो फिर से दूसरी लहर ने उसे बंद करा दिया। यही हाल अब है। जैसे ही दिसंबर से ऑफिसेस चालू हुए तो तीसरी लहर ने इसे फिर से बंद कराना शुरू कर दिया है
उधर, RPG ग्रुप, डाबर इंडिया, मैरिको, फ्लिपकार्ट, पारले और मेकमाइट्रिप जैसी कंपनियों ने भी हाई अलर्ट घोषित किया है। इन सभी कंपनियों ने अगले दो तीन महीने तक वर्क फ्रॉम होम को लागू किया है। RPG ग्रुप ने कहा कि अगले कुछ महीने के लिए 50% कर्मचारियों को ही ऑफिस में आने के लिए कहा गया है।
मैरिको में 20-25% कर्मचारी ऑफिस में लौटे हैं। नवंबर में सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री बॉडी नैस्कॉम ने अनुमान सगाया था कि भारत में 45 लाख टेक कर्मचारी हफ्ते में तीन दिन ऑफिस में आ सकते हैं। हालांकि अब ओमिक्रॉन ने इस पर पानी फेर दिया है। ज्यादातर टेक कंपनियां ऑफिस को चालू नहीं कर रही हैं।