राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । आज दुनियाभर में आज 8वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा। इस मौके पर मालदीव की राजधानी माले के गालोल्हू नेशनल फुटबॉल स्टेडियम में योग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। इस बीच इस्लामिक कट्टरपंथियों के एक ग्रुप ने स्टेडियम पर धावा बोल दिया। राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
कार्यक्रम के दौरान अचानक 100 से ज्यादा लोग स्टेडियम में झंडा लेकर दौड़ते हुए घुस आए और लोगों को भगा दिया। इस दौरान कट्टरपंथियों ने स्टेडियम में लगे योग से जुड़े पोस्टर-बैनर और बोर्ड तोड़ दिए। इतना ही नहीं इन लोगों ने कैमरे में रिकॉर्ड कर रहे लोगों पर भी हमला बोला।
कट्टरपंथियों ने अपने हाथों में कुछ तख्तियां और पोस्टर ले रखे थे। इस पर योग के विरोध में नारे लिखे गए थे। इस पर अंग्रेजी में लिखा था- ‘योग इज शिर्क’ यानी ‘इस्लाम में योग करना पाप है।’
मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा- मालदीव पुलिस ने सुबह गालोल्हू स्टेडियम में हुई घटना की जांच शुरू कर दी है। यह एक गंभीर चिंता का विषय है, और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कानून के सामने लाया जाएगा।
यह कार्यक्रम इंडियन कल्चर सेंटर की तरफ से आयोजित किया गया था। प्रोग्राम में हाई लेवल डिप्लोमैट्स और कई सरकारी अधिकारी भी मौजूद थे। मंगलवार सुबह जैसे ही कार्यक्रम शुरू हुआ कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया। इससे पहले भी कार्यक्रम रोकने की धमकी दी गई थी।
2014 में मालदीव ने किया था योग दिवस का सपोर्ट
2014 में जब संयुक्त राष्ट्र (UN) ने योग दिवस को मान्यता दी थी, तब 177 देशों ने इसके पक्ष में मतदान किया था। खास बात यह है कि मालदीव भी इन 177 देशों में शामिल था, इसके साथ ही उसने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को को-स्पॉन्सर करने के पक्ष में वोट दिया था।