बाहर से खरीद रहे मरीजों के परिजन , नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र से लगातार आ रहे मरीज, जरनल वार्ड फुल
राष्ट्र आज कल/रिज़वान मसूरी/सिहोरा जबलपुर
सिहोरा
सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में उल्टी और दस्त में मरीजों को दी जाने वाली दवा का स्टॉक खत्म हो गया। हालत यह है कि जनरल वार्ड में पहुंचने वाले उल्टी- दस्त के मरीजों के परिजनों को बाहर से दवा खरीद कर लानी पड़ रही है। सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में दवाइयां का स्टाफ करीब सप्ताह भर से खत्म है। चिपचिपी गर्मी और उमस भरे मौसम में नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र से लगातार उल्टी दस्त के मरीजों की बाढ़ आ गई। सिविल हॉस्पिटल सिहोरा का जनरल वार्ड उल्टी-दस्त के मरीजों से भरा पड़ा है। वही उल्टी और दस्त में मरीजों को दी जाने वाली दवाओं का स्टॉक पूरी तरह खत्म हो गया है। अस्पताल में उल्टी-दस्त के भारतीय मरीजों के परिजनों को बाहर से दवा खरीदना पड़ रही है। सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में रोजाना 30 से 40 उल्टी दस्त के मरीज पहुंच रहे हैं।
इन जरूरी दावों का स्टॉक खत्म
जानकारी के मुताबिक उल्टी और दस्त में मरीजों को लगने वाली सिप्रो प्लाक्सीन, एनएस बॉटल, मेट्रोजिल, आईबी सेट तक उपलब्ध नहीं है।
पीएचसी मझगवां में डीवीडी की दवा नही, सिहोरा भेजे जा रहे मरीज
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मझगवां में भी डीवीडी की दवा उपलब्ध नहीं है। सीएचसी में पहुंचने वाले मरीजों को सीधे 108 एंबुलेंस से सिविल हॉस्पिटल सिहोरा भेज दिया जाता है। मालूम रहे कि इसके पहले भंडरा गांव में डायरिया फैलने से दो लोगों की मौत हो गई थी, मौके पर पहुंचे जबलपुर कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अमले को पीएचसी मझगवां और सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में उल्टी और दस्त से संबंधित सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद अस्पताल में उल्टी और दस्त की दवा का स्टॉक खत्म होना एक बड़ी लापरवाही को दर्शाता है।
इनका कहना
सिविल हॉस्पिटल सिहोरा में मजाक हुआ गोसलपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र से लगातार उल्टी दस्त के मरीज आ रहे हैं। डीवीडी की दवा का स्टॉक सीमित है। जिसके कारण कुछ दिक्कतें आ रही हैं जल्द ही डीवीडी की दवा का स्टॉक जिले से अस्पताल में पहुंच जाएगा।
डॉ. सुनील लटियार, प्रभारी सिविल अस्पताल सिहोरा