राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि जबलपुर। पंजाब नेशनल बैंक के एक सेवानिवृत्त बैंक कर्मी ने ब्याज पर 25 हजार रुपये उधार लिए। इसकी दोगुनी से ज्यादा राशि एक वर्ष में ब्याज के रूप में चुकाया। उधार दी गई राशि से दोगुने से अधिक राशि वसूलने के बाद भी सूदखोर प्रताड़ित करता रहा। तंग आकर बैंक कर्मी ने आत्महत्या कर ली। शव गांव के सरपंच के खेत में एक पेड़ में फंदे में लटकता मिला है। घटना पाटन क्षेत्र की है। मौके पर सुसाइड नोट मिला है। पुलिस ने शव का पीएम कराया। मामले में छानबीन प्रारंभ कर दी है। पुलिस के अनुसार ग्राम रोसरा निवासी रामगोपाल रैकवार (66) पंजाब नेशनल बैंक में कैशियर थे। सेवानिवृत्त होने के बाद खेती-किसानी का काम कर रहे थे। मंगलवार को सुबह लगभग सात बजे अपने घर निकले थे। देर शाम तक घर नहीं लौटे। तब स्वजन ने उनके बारे में पूछताछ शुरू की। उन्हें ढूंढना प्रारंभ किया। कुछ देर बाद गांव के सरपंच देवेंद्र लोधी के अमरूद के खेत में रामगोपाल का शव पेड़ पर फंदे में झूलता मिला। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारा। पुलिस को जांच में मृतक के जेब में एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें रामगोपाल द्वारा लगभग एक वर्ष पूर्व ग्राम नुनसर निवासी गन्नू महाराज से 25 हजार रुपये उधार लेने और दो महीने से ब्याज नहीं दे पाने के कारण सूदखोर द्वारा प्रताड़ित किए जाने का उल्लेख है। पुलिस को पूछताछ में स्वजन ने बताया कि किसी कारणवश रामगोपाल दो महीने से सूदखोर को ब्याज नहीं दे पा रहे थे। फोन पर शीघ्र राशि देने का सूदखोर को वचन दिया था। लेकिन वह लगातार फोन करके रुपयों के लिए दबाव बना रहा था। मंगलवार को सुबह सूदखोर में आया और अभद्रता की। तुरंत रुपये नहीं देने पर गांव में अपमानित करने की धमकी देकर चला गया। इसके बाद से ही रामगोपाल परेशान थे। पुलिस पूछताछ में मृतक रामगोपाल के पुत्र राजेंद्र रैकवार ने बताया कि पिता मंगलवार को दिन में घर पर काफी देर तक बैठे रहे। उसके बाद किसी को कुछ बताए बिना निकल गए। वे कई बार खेत में जाकर रूक जाते थे। लेकिन देर शाम तक जब नहीं आए तो ढूंढना शुरू किया। खेत में गया तो वे मृत मिले। पुलिस के अनुसार सुसाइड नोट प्राप्त हुआ है। इसमें गन्नू का नाम है। साक्ष्य व स्वजन के बयान के बयान के आधार पर मामले में जांच की जा रही है।